प्रस्तुत नाटक "चरणदास चोर"वैली स्कूल के अध्यापक और अध्यापिकाओं ने किया । इस पूरे नाटक को मैंने और मेरी सहकर्मी नंदिनी कल्ले ने छोटे-छोटे दृश्यों में बाँट दिया । फिर वे दृश्य अध्यापक और अध्यापिकाओं को दे दिए गए । सभी ने स्वयं अपनी सुविधा और उपलब्ध समय के अनुसार अपने दृश्य का अभ्यास किया । फिर नाटक के प्रस्तुतीकरण से पहले हम सब अध्यापक और अध्यापिकाएँ तीन -चार बार एकत्रित हुए और पूरे नाटक का अभ्यास किया । ताज्ज़ुब तब हुआ जब हम सब ने देखा कि न केवल गायक और गायिकाएँ गानों की धुनों के साथ तैयार थे बल्कि नृत्य करने वाली अध्यापिकाएँ भी पूरी तरह से तैयार थीं । यही नहीं सभी अभिनेताओं और अभिनेत्रियों ने भी अपने सभी संवाद अच्छी तरह से याद कर अभ्यास भी किया था । एक -दो अध्यापकों ने संवाद याद नहीं किए थे पर फिर भी अपनी तरफ से संवाद कह पूरे नाटक का अभ्यास किया । नाटक के अभ्यास के समय सभी ने बहुत आनंद लिया । आज भी उस समय की याद तरोताजा है । आप इस नाटक को पढ़ते समय पायंगे कि कहीं -कहीं कुछ दृश्य अंगेजी में लिखे गए हैं यद्यपि मौलिक नाटक के हिंदी संवाद और दृश्य भी मैंने उसी तरह से यहाँ प्रस्तुत किए हैं । इस प्रकार हम सब ने यह नाटक दो भाषाओं में किया -हिंदी और अंग्रेजी । यही नहीं हमने "तीसरी कसम " फ़िल्म का गाना " चलत मुसाफिर" नृत्य के लिए चुना । कुल मिलाकर इतना ही कहूँगी कि यह नाटक करने में हम सब भूल गए कि कोई उम्र में बड़ा है या ओहदे में है , बस पूरा आनंद लिया । नाटक के अंत में हमारे निर्देशक डॉक्टर सतीश इनामदार हमें दावत के लिए बाहर भी ले गए । हम सबने बैंगलौर के एक अच्छे से रेस्टोरेंट में दोपहर को खाना खाया । आज हमारे बीच हमारे निर्देशक नहीं हैं । पर हम हमेशा उनके इस स्वभाव पर गर्व करेंगे कि वे ऐसे इंसान थे जिन्होंने हमेशा हमें प्रोत्साहित किया । आशा है कि आप के लिए यह नाटक उपयोगी होगा ।
SCENE ONE
SCENE TWO
SCENE THREE
SCENE FOUR
SCENE FIVE
SCENE SIX
SCENE SEVEN
SCENE EIGHT
SCENE 10
SCENE 11
SCENE 12
SCENE 13
SCENE 14
SCENE 15
SCENE 16
SONGS LIST IN THE PLAY
CHARAN DAS CHOR'S PLAN
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