Sunday 24 April 2016

मुस्कान का रहस्य/ Muskaan kaa rhasya by SUDHA

प्रस्तुत नाटक "मुस्कान का रहस्य"मैंने कक्षा तीन के साथ किया । यह नाटक मैंने तीन भाषाओं हिंदी, कन्नड़ और अंग्रेजी में अपनी सहकर्मी विशाखा चिंचानी के साथ किया । उन्होंने इस नाटक का निर्देशन किया और गानों की धुन बनाई थी । छात्र-छात्राओं ने एसेम्बली में इस नाटक को प्रस्तुत किया । सभी द्वारा उनका प्रयत्न सराहा गया । आशा है कि आप के लिए भी यह नाटक उपयोगी होगा । इस नाटक की लेखिका "श्रीमती सुधा " मुझे नहीं जानतीं पर यह नाटक मुझे उन्हीं के हितचिंतकों "जीतेन्द्र और उनकी पत्नी मंजू " ने मुझे दिया जब वे पांडेचेरी उनसे मिलने गए थे तब वे मेरे लिए दो नाटक और उनके द्वारा लिखी कहानियों की पुस्तक लाए थे । मुझे उनकी पुस्तक भी बहुत पसंद आई और उनके द्वारा लिखे सभी नाटकों को मैंने छात्र-छात्राओं से अभिनीत कराया । उनके नाटकों में कोई न कोई संदेश अवश्य छिपा रहता है जो छात्र-छात्राओं को  नैतिक मूल्य सिखाने के लिए बहुत ही उपयोगी होता है । यहाँ नाटक का मूल रूप भी प्रस्तुत है । उसके बाद मैंने वह रूप भी प्रस्तुत किया है जिसमें तीन भाषाओं का प्रयोग कर इसे अभिनीत किया गया था । 



















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