Tuesday 28 July 2015

रामलीला/ RAMLILA- A story of GOD RAMA as a play or drama


प्रस्तुत नाटक "रामलीला" हम ने मिडिल स्कूल के करीब सौ छात्र और छात्राओं के साथ किया । इस नाटक को तीन भाषाओं में किया गया । इसके साथ ही इस नाटक में नृत्य और संगीत का जोर-शोर से प्रयोग किया गया । इस नाटक को प्रस्तुत करने से पहले मैंने इसे हिंदी भाषा में लिखा था पर दूसरी अध्यापिकाओं के साथ बात करने पर उनकी रूचि देखकर इस नाटक को तीन भाषाओं में तैयार किया गया। इस नाटक की ख़ास बात यह रही कि इस नाटक को प्रस्तुत करने में न जाने कितने ही लोगों ने न केवल सहायता की बल्कि अपना तन -मन दे दिया और बच्चों ने तो इस नाटक में मानो जान डाल आज भी यह नाटक याद किया जाता है । मेरे ज़हन में ही नहीं मेरी सभी सह अध्यापिकाओं के ज़हन में इसकी मधुर स्मृतियाँ तरोताजा  हैं । आशा है  कि यह नाटक आपको पसंद आएगा और इस सामग्री को यदि आप नाटक के रूप में न भी प्रयोग कर पाएं पर अवश्य ही बच्चों को श्रीराम की कथा बताने में और हिंदी साहित्य का लुत्फ उठाने में प्रयोग कर पाएंगे। इस नाटक में लिखी सामग्री कई पुस्तकों से ली गई है पर मुझे उन पुस्तकों के नाम याद नहीं है पर इतना अवश्य है कि उन पुस्तकों के बिना यह सब लिखना संभव न होता । मैं उन सभी लेखकों और कवियों की आभारी हूँ जिनके कारण मैं यह नाटक लिख पाई । 




























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